महबूबा मुफ्ती ने समझौता एक्सप्रेस में आए फैसले की आलोचना करते हुए कहा ‘आरोपियों के खिलाफ सबूत होने के बावजूद उन्हें आरोपों से बरी कर दिया गया’
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को 2007 के समझौता एक्सप्रेस विस्फोट मामले में चार लोगों को बरी करने के विशेष राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कोर्ट के फैसले की आलोचना की और कहा कि उनके खिलाफ सबूत होने के बावजूद आरोपियों को मुक्त कर दिया गया।
मुफ्ती ने ट्विटर पर कहा, “सबूतों को नुकसान पहुंचाने के बावजूद RSS के एक पूर्व सदस्य को आरोपी बरी कर दिया गया है। भगवान न करे, क्या वे कश्मीरी / मुसलमान थे, जिन्हें दोषी ठहराया जाएगा और बिना निष्पक्ष मुकदमे के जेल में भी डाला जाएगा। ऐसे दोहरे मापदंड और भगवा आतंक की ओर झुकाव क्यों?”
Despite damning evidence, the accused inc a former RSS member have been acquited. God forbid, had they been Kashmiris / muslims they would be pronounced guilty & imprisoned without even a fair trial. Why such double standards and leniency towards saffron terror? https://t.co/6ORkO6bjCz
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) March 20, 2019
यह जांच में स्पष्ट रूप से स्थापित किया गया है कि समझौता एक्सप्रेस, मक्का मस्जिद, अजमेर शरीफ में आतंकवादी विस्फोटों को आरोपी व्यक्तियों द्वारा आपराधिक साजिश के लिए किया गया था।
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