ममता बनर्जी ने कहा ‘बंगाल में रहना है तो बांग्ला भाषा बोलना होगा’
तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि जो लोग बंगाल में रह रहे हैं उन्हें बांग्ला भाषा में बोलना होगा। मुख्यमंत्री ने राज्य भर में जारी डॉक्टरों की हड़ताल पर जवाब देते यह भी दोहराया कि बाहरी लोगों ने राज्य में डॉक्टरों के आंदोलन को उकसाया। उन्होंने बीजेपी पर बंगालियों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने का आरोप लगाया।
कांचरपाड़ा में शुक्रवार को एक रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने एक बार फिर विवादित बयान देते हुए कहा, “हमें बांग्ला को आगे लाना होगा। जब मैं बिहार, यूपी, पंजाब जाती हूं तो वहां की भाषा बोलती हूं। अगर आप पश्चिम बंगाल में रहते हैं तो आपको बांग्ला बोलना ही होगा। मैं ऐसे अपराधियों को बर्दाश्त नहीं करूंगी जो बंगाल में रहते हैं और बाइकों पर इधर-उधर घूमते हैं।”
उन्होंने डॉक्टरों के जारी हड़ताल को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “बाहरी लोग डॉक्टरों को उकसा रहे हैं। मैंने सही कहा था कि वे कल (गुरुवार) के प्रदर्शन में शामिल थे। मैंने (एसएसकेएम अस्पताल में) कुछ बाहरियों को नारेबाजी करते हुए देखा।” मुख्यमंत्री ने कहा, “सिर्फ इसलिए कि वे (भाजपा) ईवीएम में गड़बड़ी करके कुछ सीटें जीत गए, इसका मतलब यह नहीं कि वे बंगालियों और अल्पसंख्यकों को पीट सकते हैं। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। पुलिस हंगामा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। अगर कोई बंगाल में रह रहा है तो उसे बांग्ला भाषा सीखनी पड़ेगी।”
बता दें कि इस बार की लोकसभा चुनाव में भाजपा ने बंगाल में 17 सीटें जीतकर, अब ममता बनर्जी के किले को ढाहने का प्रयास कर रही है। वहां आये दिन राजनीतिक हत्याएं हो रही हैं। भाजपा, तृणमूल को तो तृणमूल भाजपा को इसका जिम्मेवार ठहरा रही है। वहीं अब कोलकाता के एक अस्पताल में डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट को लेकर देशव्यापी हड़ताल शुरू हो गयी है जिसको लेकर ममता काफी गुस्से में हैं और असंतुलित बयान दे रही हैं।
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