एमपी में कांग्रेस के लिए कठिन सीट कहे जाने वाली राघौगढ़ से लड़ेंगे दिग्विजय सिंह
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सोमवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की '' राज्य की सबसे कठिन सीट '' से चुनाव लड़ने की चुनौती स्वीकार की. उस सीट का नाम है राघौगढ़, जिसे पार्टी 2004 में और फिर 2014 में हार गई थी।
सिंह ने ट्विटर पर कहा, "धन्यवाद कमल नाथ जी को जिन्होंने मप्र में कॉंग्रेस की कमजोर सीटों पर लड़ने का आमंत्रण दिया। उन्होंने मुझे इस लायक समझा मैं उनका आभारी हूँ। ”
धन्यवाद कमल नाथ जी को जिन्होंने मप्र में कॉंग्रेस की कमजोर सीटों पर लड़ने का आमंत्रण दिया। उन्होंने मुझे इस लायक समझा मैं उनका आभारी हूँ।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 18, 2019
एक अन्य ट्वीट में सिंह ने कहा, “मैं राघौगढ़ की जनता की कृपा से 1977 की जनता पार्टी लहर में भी लड़ कर जीत कर आया था। चुनौतीयों को स्वीकार करना मेरी आदत है।
मैं राघौगढ़ की जनता की कृपा से ७७ की जनता पार्टी लहर में भी लड़ कर जीत कर आया था। चुनौतीयों को स्वीकार करना मेरी आदत है। जहॉं से भी मेरे नेता राहुल गॉंधी जी कहेंगे मैं लोक सभा चुनाव लड़ने तैयार हूँ। नर्मदे हर।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 18, 2019
जहां से भी मेरे नेता राहुल गॉंधी जी कहेंगे मैं लोक सभा चुनाव लड़ने तैयार हूँ। नर्मदे हर।” नाथ ने शनिवार को छिंदवाड़ा में दिग्विजय सिंह को चुनौती दी कि वे राघौगढ़ लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ें, जो 2014 में भारतीय जनता पार्टी के रोडमल नागर ने जीता था।
अपना कमेंट यहाँ डाले