भीम आर्मी पुणे के प्रमुख दत्ता पोल ने कहा ‘पुलिस की अनुमति के बिना करेंगे भीमा कोरेगांव कार्यक्रम’ 

Team Suno Neta Friday 28th of December 2018 11:51 AM
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भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद 'रावण'

भीम आर्मी ने 30 दिसंबर को अपने नेता और संस्थापक चंद्रशेखर आज़ाद को संबोधित करने के लिए एक विशाल जन सभा की योजना बनाई है। वह 30 दिसंबर को पुणे में अपने कार्यक्रम के साथ आगे बढ़ेगे। भले ही पुलिस उन्हें इसकी अनुमति ना दे। भीम आर्मी ने कोरेगांव की लड़ाई की सालगिरह से आगे 31 दिसंबर को सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय (SPPU) में एक कार्यक्रम की योजना बनाई है। दलित नेता ने पराने गांव में जयस्तंभ का दौरा करने और हेलीकाप्टर से उस पर फूलों की वर्षा करने की योजना बनाई है।

पुलिस आयुक्त शिवाजी बोधे ने कहा, “भीम आर्मी को कार्यक्रम की अनुमति अब तक नहीं दी गई है। उनकी फ़ाइल प्रक्रिया में है।’’

भीम आर्मी के पुणे प्रमुख दत्ता पोल ने कहा कि हमें अपने कार्यक्रम के लिए पुणे सिटी पुलिस से अनुमति लेने में पूरा एक महीने का समय लगा है। लेकिन पुलिस ने न तो अनुमति देने से इनकार किया है और न ही उन्होंने हमें अभी तक अनुमति दी है।

दत्ता ने कहा हमारी तैयारी चल रही है और हम अपना कार्यक्रम रद्द नहीं करेंगे। अगर हमें पुलिस की अनुमति नहीं मिली तो भी हम अपने कार्यक्रम को जारी रखेंगे और बाद में कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए भी हम तैयार हैं।

SPPU ने 31 दिसंबर को शाम 4 बजे छात्रों के साथ आजाद को बातचीत की अनुमति दी है। हमने पुलिस अधिकारियों के साथ कई बैठकें की लेकिन अब तक कुछ नहीं तय किया गया। हम पुलिस से फिर मिलेंगे।

आज़ाद के साथ भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह, नेता मंजीत नियाल और कमलसिंह लहरिया, इतिहास शोधकर्ता सरफ़राज़ शेख 30 दिसंबर को ‘भीमा कोरेगांव संघर्ष महासभा’ में सम्मलित होंगे।

भीम आर्मी ने पिछले साल 31 दिसंबर को पुणे के शनिवार वाडा में आयोजित एल्गार परिषद में सक्रिय रूप से भाग लिया था। जो भाकपा-माओवादियों के अनुसार आयोजित किया गया था। पुलिस ने अब तक इस घटना के प्रमुख आयोजकों में से एक सुधीर धवले सहित 22 लोगों को गिरफ्तार किया है जो प्रतिबंधित माओवादी पार्टी से इस आयोजन के लिए कथित रूप से धन की आपूर्ति कर रहे हैं।

धवले ने आजाद को एक पत्र लिखा था जिसमें उसने दावा किया था कि 1 जनवरी की हिंसा के लिए जिम्मेदार हिंदुत्व नेताओं को बचाने के लिए पुलिस द्वारा उन्हें फंसाया गया है। धवले ने आजाद से उनके समर्थन में बोलने का अनुरोध किया है।


 

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