असदुद्दीन ओवैसी ने कहा ‘सर्वोच्च न्यायालय सर्वोच्च है, लेकिन अचूक नहीं’
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अपनी निराशा व्यक्त की। भारत के मुख्या न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुवाई वाली पांच-न्यायाधीशों की संविधान पीठ द्वारा सर्वसम्मत फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए, जिसमें अदालत ने हिंदुओं को राम मंदिर बनाने के लिए विवादित 2.77 एकड़ साइट से सम्मानित किया, उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय सर्वोच्च है, लेकिन अचूक नहीं। इसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस जेएस वर्मा को अपने वक्तव्य का आधार बताया।
पत्रकारों से बात करते हुए ओवैसी ने कहा, “फैसले से संतुष्ट नहीं। सर्वोच्च न्यायालय वास्तव में सर्वोच्च है, लेकिन अचूक नहीं है। हमें संविधान पर पूरा भरोसा है हम अपने अधिकार के लिए लड़ रहे थे। हमें दान के रूप में 5 एकड़ भूमि की आवश्यकता नहीं है। हमें इस 5 एकड़ जमीन के प्रस्ताव को अस्वीकार करना चाहिए, हमें खैरात नहीं चाहिए।”
उन्होंने कहा, “आज का सुप्रीम कोर्ट का फैसला तथ्यों पर आस्था का जीत हैं।”
इसके बाद उन्होंने अपने “सुप्रीम कोर्ट सर्वोच्च, लेकिन अचूक नहीं” उद्धरण के लिए सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जेएस वर्मा को जिम्मेदार ठहराया और कहा, “यह मैं नहीं जो यह कह रहा है। न्यायमूर्ति जेएस वर्मा – जिन्हें संघ परिवार बहुत मानते हैं, उन्होंने यह कहा था।”
असदुद्दीन ओवैसी के प्रतिक्रिया का पूरा वीडियो:
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